Wednesday 5 April 2023

मेरी मोहब्बत ....

ग़र संभालो जो इसको संभलता नहीं है 
ठहरता नहीं है, बिखरता नहीं है 
हर जाम उतर जाता है सर से
इश्क़ जो चढ़ता उतरता नहीं है...

सात समंदर गोते खाए
इसका हाल जताए कौन
जानत है गहरा डूबेंगे
इश्क से बचे, बचाए कौन
बदलेंगे बिन आए मौसम
दिल दरवाजे खोलेंगे
दो दीवाने, दो परवाने
इश्क का झूला झूलेंगे |

मेरी मोहब्बत तेरी छाया, मेरे सिराने आई है
ये वो सूरत है जो आँखों में, कुछ इस तरह से छाई है
आई है सामने मेरे
मेरी मोहब्बत आई है

कर जाऊ क्या ऐसा
क्या तुझको बोल दूं
कर दे बहाना ऐसा
बाहों को खोल दूं

मेरी मोहब्बत तेरी काया, सितम ये ढाने आई है
ये वो सूरत है जो आँखों में, कुछ इस तरह से छाई है
आई है सामने मेरे
मेरी मोहब्बत आई है

दे दे सबको मोहलत
बहाना यार दे
कर दे कंगाल मुझको
बाहों का हार दे

मेरी मोहब्बत तेरी माया, दिल को भरमाने आई है
ये वो सूरत है जो आँखों में, कुछ इस तरह से छाई है
आई है सामने मेरे
मेरी मोहब्बत आई है

सात समंदर गोते खाए
इसका हाल जताए कोन
जानत है गहरा डूबेंगे
इश्क से बचे, बचाए कौन
बदलेंगे बिन आए मौसम
दिल दरवाजे खोलेंगे
दो दीवाने, दो परवाने
इश्क का झूला झूलेंगे |

Tuesday 1 December 2020

जिसकी तलाश थी

दिल की आस ने करवट मारी है 
छोड़े हर बारी, अब वो बारी है | 
अब वो बारी है...... 

सामने खड़ी है मेरे, वो जिसकी तलाश थी 
सामने खड़ी है मेरे, वो जिसकी तलाश थी 


ख्वाब गली से गुज़रेगा 
अब उसको कौन देखेगा 
था इरादा जो आँखों का 
आहटों की बात थी 

सामने खड़ी है मेरे, वो जिसकी तलाश थी 
सामने खड़ी है मेरे, वो जिसकी तलाश थी 

धूप किनारे कर दो कोई 
शाम की चादर ला दो 
सोना है गहरी नींद मुझे 
महबूब का साथ बिछा दो 

छाटने अँधेरा आओ कोई 
लौ एक सुलगा दो 
आना है उस पार मुझे 
बाहों का जाल बिछा दो 

वो जो एहसास था उसका 
अब उससे मुलाकात थी 

सामने खड़ी है मेरे, वो जिसकी तलाश थी  
सामने खड़ी है मेरे, वो जिसकी तलाश थी