Wednesday 5 April 2023

मेरी मोहब्बत ....

ग़र संभालो जो इसको संभलता नहीं है 
ठहरता नहीं है, बिखरता नहीं है 
हर जाम उतर जाता है सर से
इश्क़ जो चढ़ता उतरता नहीं है...

सात समंदर गोते खाए
इसका हाल जताए कौन
जानत है गहरा डूबेंगे
इश्क से बचे, बचाए कौन
बदलेंगे बिन आए मौसम
दिल दरवाजे खोलेंगे
दो दीवाने, दो परवाने
इश्क का झूला झूलेंगे |

मेरी मोहब्बत तेरी छाया, मेरे सिराने आई है
ये वो सूरत है जो आँखों में, कुछ इस तरह से छाई है
आई है सामने मेरे
मेरी मोहब्बत आई है

कर जाऊ क्या ऐसा
क्या तुझको बोल दूं
कर दे बहाना ऐसा
बाहों को खोल दूं

मेरी मोहब्बत तेरी काया, सितम ये ढाने आई है
ये वो सूरत है जो आँखों में, कुछ इस तरह से छाई है
आई है सामने मेरे
मेरी मोहब्बत आई है

दे दे सबको मोहलत
बहाना यार दे
कर दे कंगाल मुझको
बाहों का हार दे

मेरी मोहब्बत तेरी माया, दिल को भरमाने आई है
ये वो सूरत है जो आँखों में, कुछ इस तरह से छाई है
आई है सामने मेरे
मेरी मोहब्बत आई है

सात समंदर गोते खाए
इसका हाल जताए कोन
जानत है गहरा डूबेंगे
इश्क से बचे, बचाए कौन
बदलेंगे बिन आए मौसम
दिल दरवाजे खोलेंगे
दो दीवाने, दो परवाने
इश्क का झूला झूलेंगे |